मुंगेली । ग्राम इलचपुर (ब्लॉक लोरमी) में अन्नपूर्णा मुहिम के तहत एक जरूरतमंद परिवार को राहत सामग्री प्रदान की गई। संत रामपाल जी महाराज की प्रेरणा से चल रही इस सेवा कार्यवाही ने उस परिवार के जीवन में आशा की नई किरण जगाई है, जो कई वर्षों से गंभीर आर्थिक और सामाजिक संकट से जूझ रहा था।
गंभीर दुर्घटना ने बदल दी जिंदगी : परिवार के मुखिया प्रकाश उर्फ प्रेमदास मानिकपुरी (40 वर्ष) कई वर्ष पहले मकान की दीवार गिरने से गंभीर रूप से घायल हो गए थे। रीढ़ की हड्डी में आई गंभीर चोट के बाद उनका ऑपरेशन तो हुआ, परंतु सफलता नहीं मिलने से वे पूरी तरह बिस्तर पर ही सीमित हो गए हैं। काम करने में असमर्थता ने पूरे परिवार को गहरी विपन्नता की ओर धकेल दिया।
चार वर्षों से बंद स्कूल भवन में गुज़र-बसर : परिवार के पास न घर है, न जमीन, न कोई संपत्ति। मजबूरी में वे पिछले चार साल से बंद पड़े सरकारी स्कूल भवन में रह रहे हैं।
सरकार से मिलने वाला मात्र 35 किलो चावल महीने भर के लिए अपर्याप्त साबित होता है।
परिवार में कुल पाँच सदस्य हैं—
1. प्रकाश उर्फ प्रेमदास मानिकपुरी (40 वर्ष)
2. प्रीति बाई (35 वर्ष)
3. अंजिता (8 वर्ष)
4. वर्षा (6 वर्ष)
5. देवेंद्र (3 वर्ष)
दोनों बड़ी बेटियाँ 3 किलोमीटर दूर बैजलपुर तक पैदल चलकर पढ़ाई करने जाती हैं। परिवार को महतारी वंदन योजना सहित अन्य किसी भी सरकारी योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
एकमात्र कमाने योग्य सदस्य प्रीति बाई हैं, जो कभी-कभार मिलने वाली मजदूरी से परिवार का पालन-पोषण करने का प्रयास करती हैं, पर चिकित्सा खर्च में ही अधिकांश राशि समाप्त हो जाती है।
अन्नपूर्णा मुहिम के तहत मिली राहत सामग्री : राहत सामग्री में परिवार की दैनिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए पर्याप्त मात्रा में खाद्य सामग्री, वस्त्र एवं घरेलू उपयोग की वस्तुएँ प्रदान की गईं। इनमें शामिल हैं— 25 किग्रा चावल, 5 किग्रा आटा, चार प्रकार की दालें,2 लीटर तेल, 4 किग्रा चीनी, चाय, दूध पाउडर, मसाले, नमक,5–5 किग्रा आलू-प्याज, बेसन, दलिया, आचार,नहाने व कपड़े धोने का साबुन, वाशिंग पाउडर,2 साड़ियाँ, 2 पेटीकोट, बच्चों के लिए 2–2 जोड़ी कपड़े,2 कंबल, 4 गर्म कपड़े, 4 कॉपी, 2 पेन प्लास्टिक बाल्टी, बंगा, ढक्कन, कड़ाही स्टील लोटा व 2 गिलास 2 पलंग, 2 बेडशीट अन्य आवश्यक दैनिक उपयोग की सामग्री राहत वितरण तिथि : 23 नवंबर 2025
लाभार्थी ने जताया गहरा आभार
गंभीर रूप से बीमार प्रकाश मानिकपुरी ने भावुक होते हुए कहा— “संत रामपाल जी महाराज भगवान के समान हमारे परिवार की मदद कर रहे हैं। यदि परमात्मा के बाद कोई हैं तो हम संत रामपाल जी महाराज जी को ही मानते हैं।”
ग्रामीणों ने सेवा की सराहना की
ग्रामीण टेकलाल टंडन ने कहा— “संत रामपाल जी महाराज असहाय परिवारों के लिए सचमुच भगवान बनकर सेवा कर रहे हैं। आज तक जितने भी संत आए, किसी ने पाँच रुपये तक नहीं दिए, पर संत रामपाल जी महाराज जी ने बेसहारा परिवारों के लिए हर व्यवस्था कराई है।”
अन्नपूर्णा मुहिम: मानवता का ज्वलंत उदाहरण : संत रामपाल जी महाराज के अनुयायियों द्वारा चलाई जा रही अन्नपूर्णा मुहिम आज समाज के जरूरतमंद और शारीरिक/आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए जीवन-रेखा सिद्ध हो रही है।
यह मुहिम मानवता, सेवा और समर्पण की उस मिसाल को प्रस्तुत करती है, जिसकी आज के समाज को अत्यधिक आवश्यकता है।
